बैतूल रक्तदान के प्रेरणास्रोत शैलेंद्र बिहारीया ने सिकलसेल पीड़ित बच्चों के बीच मनाया जन्मदिवस – मानवता की मिसाल बनीं जन्मदिन की खुशियां”, देखें वीडियो

 नितिन अग्रवाल 




“रक्तदान के प्रेरणास्रोत शैलेंद्र बिहारीया ने सिकलसेल पीड़ित बच्चों के बीच मनाया जन्मदिवस – मानवता की मिसाल बनीं जन्मदिन की खुशियां”


बैतूल।रक्तदान को लेकर जिले में जागरूकता की एक नई अलख जगाने वाले समाजसेवी शैलेंद्र बिहारीया ने अपने जन्मदिवस को इस बार एक खास और मानवीय अंदाज़ में मनाया। जन्मदिन के इस अवसर पर उन्होंने जिला चिकित्सालय में सिकलसेल एनीमिया से पीड़ित बच्चों के बीच पहुंचकर उन्हें खुशियों का उपहार दिया। इस दौरान बच्चों को बैलून, चॉकलेट, बिस्किट और ताजे फल वितरित किए गए।

कार्यक्रम का आयोजन मां शारदा सहायता समिति और रक्तदान समिति बैतूल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। दोनों ही संगठनों के सदस्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे और उन्होंने शैलेंद्र बिहारीया को पुष्प अर्पित कर जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर जिला चिकित्सालय की रक्तकोष प्रभारी डॉ. अंकिता सिते ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि शैलेंद्र बिहारीया एक ऐसी प्रेरणास्पद शख्सियत हैं, जिन्होंने बैतूल जिले में रक्तदान को लेकर निरंतर प्रयास किए हैं। उनका समर्पण और सेवाभाव ही है कि आज बैतूल जिला रक्तदान के क्षेत्र में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है।

डॉ. अंकिता ने आगे कहा कि युवाओं को शैलेंद्र बिहारीया से प्रेरणा लेकर रक्तदान जैसे पुनीत कार्यों में भागीदारी निभानी चाहिए, ताकि जरूरतमंदों की जान बचाई जा सके और समाज में मानवीय मूल्यों को और अधिक मजबूत किया जा सके।

शैलेंद्र बिहारीया ने भी इस अवसर पर सभी शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास आगे भी इसी तरह जारी रहेगा और वे अपने हर खास दिन को समाज के जरूरतमंदों के साथ साझा करना पसंद करेंगे।

इस प्रकार, जन्मदिवस को सेवा दिवस में बदलकर शैलेंद्र बिहारीया ने न केवल समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया, बल्कि मानवता की सच्ची मिसाल भी पेश की।




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