Big Breaking News- बैतूल जिला अस्पताल में डिलीवरी के आठ दिन बाद प्रसूता की मौत—परिजनों ने लगाया गंभीर लापरवाही और साक्ष्य छुपाने का आरोप, बढ़ रहे सवाल देखे वीडियो

 नितिन अग्रवाल 


Big Breaking News- बैतूल जिला अस्पताल में डिलीवरी के आठ दिन बाद प्रसूता की मौत—परिजनों ने लगाया गंभीर लापरवाही और साक्ष्य छुपाने का आरोप, बढ़ रहे सवाल


बैतूल जिला अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही के आरोपों से जुड़ा मामला सामने आया है। ईमलीखेड़ा, थाना चौपना निवासी समोती (25 वर्ष) पत्नी अमन मोचम की शुक्रवार देर शाम जिला अस्पताल में मौत हो गई। यह उनकी पहली डिलीवरी थी, और घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

जानकारी के अनुसार समोती ने 7 तारीख को जिला अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया था। डिलीवरी सामान्य बताई गई और उसके बाद 11 तारीख को उन्हें छुट्टी दे दी गई। परिजनों का कहना है कि शुक्रवार सुबह से ही समोती को लगातार तेज दर्द और तकलीफ हो रही थी। हालत बिगड़ने पर उसे शाम को प्राइवेट वाहन से जिला अस्पताल लाया गया।

परिजनों का आरोप है कि गंभीर स्थिति के बावजूद तुरंत व उचित उपचार नहीं दिया गया, जिसके कारण समोती की हालत और खराब हो गई और देर रात उसकी मौत हो गई।

परिवार ने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि मृतका की की सांस का अनपढ़ स्थिति का लाभ उठाकर कुछ दस्तावेजों पर अस्पताल कर्मियों द्वारा अंगूठा लगवाया गया, और देर रात महिला चिकित्सक वंदना धाकड़ द्वारा साक्ष्य छुपाने की कोशिश की गई।

परिजनों का यह भी दावा है कि इसी महिला डॉक्टर पर पूर्व में भी पैसे लेकर डिलीवरी करने के आरोप लग चुके हैं, लेकिन अब तक किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, और इसकी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आ सकेगी।

घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश है। जिला अस्पताल में पिछले कुछ महीनों से मृत्यु के कई मामले सामने आने के बाद अस्पताल की व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिह्न खड़े हो रहे हैं।

परिजन प्रशासन से निष्पक्ष जांच, जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई, और अस्पताल की व्यवस्थाओं में तत्काल सुधार की मांग कर रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि मामला संज्ञान में है और जांच की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

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