नितिन अग्रवाल
बैतूल भैंसदेही आधा घंटे तक चली मौत से जंग: बेटे ने भालूओं से भिड़कर पिता की बचाई जान!
फोटो भालू से पिता को बचाने वाला घायल पुत्र
बैतूल (मध्यप्रदेश)। जिले के भैंसदेही थाना क्षेत्र के सालेयढाना गांव में बुधवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना हुई, जब खेत में काम कर रहे पिता-पुत्र पर दो भालूओं ने अचानक हमला कर दिया। पिता की जान खतरे में देखकर बेटे ने हिम्मत दिखाई और आधे घंटे तक भालूओं से अकेले संघर्ष किया। अंततः उसने अपने पिता की जान बचा ली, लेकिन खुद भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना बुधवार शाम करीब 6 बजे की है।
कालिया पिता हिरालाल माओसकर (45) खेत में मक्का तोड़ने का काम कर रहे थे। तभी जंगल की ओर से अचानक दो भालू खेत में घुस आए और कालिया पर टूट पड़े। पास में काम कर रहे उनके बेटे प्रदीप माओसकर (21) ने पिता पर हमला देखा और उन्हें बचाने दौड़ा। प्रदीप ने पास पड़ी लकड़ी उठाकर भालू पर हमला कर दिया, लेकिन तभी भालूओ ने उसे भी पकड़ लिया।
ग्रामीणों के अनुसार, प्रदीप और भालूओं के बीच करीब आधा घंटे तक संघर्ष चलता रहा। इस दौरान प्रदीप ने हिम्मत नहीं हारी और किसी तरह अपने पिता को बचाने में सफल रहा। दोनों को गंभीर चोटें आई हैं।
घटना की सूचना पर ग्रामीणों ने दोनों को भैंसदेही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहाँ से चोट गंभीर होने पर दोनों को बैतूल जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैंसदेही पहुंचा था देर रात दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका उपचार जारी है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रदीप मौके पर न होता तो कालिया की जान बचाना मुश्किल था। प्रदीप की बहादुरी की पूरे इलाके में सराहना की जा रही है।
भालूओं के हमलें से घायल पिता



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