गोरखनाथ आश्रम, पड़ारु में पांच दिवसीय परायण एवं परचरी महापुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ आज से

Today voice से अरुण कुमार बड़ोदे की ख़ास रिपोर्ट 

गोरखनाथ आश्रम, पड़ारु में पांच दिवसीय परायण एवं परचरी महापुराण ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ आज से

यह आयोजन गुरु माता लक्ष्मी बाई की पावन स्मृति में, गांव के प्रसिद्ध बाबा गोरखनाथ आश्रम में परमपूज्य संत श्री गुलाब बाबा के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है।

प्रतिदिन होने वाले आध्यात्मिक प्रवचनों में सिंगाजी महाराज की महिमा का वाचन व विशद वर्णन मुकेश महाराज (कालदा वाले) अपने पावन मुखारविंद से करेंगे।

यह सूचना बाबा गोरखनाथ आश्रम, पड़ारु में होने वाले एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन के बारे में है।

आयोजन का नाम: पांच दिवसीय परायण एवं परचरी महापुराण ज्ञान यज्ञ।

शुभारंभ की तिथि: 27 नवंबर, गुरुवार (जिस दिन यह जानकारी दी गई है)।

स्थान: गांव का प्रसिद्ध बाबा गोरखनाथ आश्रम, पड़ारु।

उ यह आयोजन गुरु माता लक्ष्मी बाई की पावन स्मृति में किया जा रहा है। परमपूज्य संत श्री गुलाब बाबा के मार्गदर्शन में।
मुख्य प्रवचनकर्ता: मुकेश महाराज (कालदा वाले)।
प्रवचन का विषय: प्रतिदिन होने वाले आध्यात्मिक प्रवचनों मे सिंगाजी महाराज की महिमा का वाचन व विशद वर्णन किया जाएगा।

आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र: पड़ारु  आश्रम में पांच दिवसीय ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ आज से पड़ारु,  स्थानीय गांव के प्रसिद्ध बाबा गोरखनाथ आश्रम में आज, 27 नवंबर, गुरुवार से पांच दिवसीय परायण एवं परचरी महापुराण ज्ञान यज्ञ का भव्य शुभारंभ हो गया है। यह धार्मिक अनुष्ठान पूरे क्षेत्र के लिए आस्था और भक्ति का केंद्र बन गया है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।

यह पवित्र आयोजन, आश्रम की पूजनीय गुरु माता लक्ष्मी बाई की पावन स्मृति को समर्पित है।

इस पांच दिवसीय महापुराण ज्ञान यज्ञ को परमपूज्य संत श्री गुलाब बाबा के पावन मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। संत श्री गुलाब बाबा के सान्निध्य में यह आयोजन आध्यात्मिक चेतना और धार्मिक मूल्यों के प्रसार का माध्यम बनेगा।

सिंगाजी महाराज की महिमा का वाचन होगा

आयोजन के दौरान, प्रतिदिन आध्यात्मिक प्रवचनों का क्रम चलेगा। इन प्रवचनों में सुविख्यात कथावाचक मुकेश महाराज (कालदा वाले) अपने पावन मुखारविंद से भक्त शिरोमणि सिंगाजी महाराज की महिमा का वाचन और विशद वर्णन करेंगे। सिंगाजी महाराज की गाथाएं और उनके उपदेश श्रोताओं को भक्ति और वैराग्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देंगे।
आश्रम प्रबंधन ने सभी धर्म प्रेमी बंधुओं से आग्रह किया है कि वे इस ज्ञान यज्ञ में सपरिवार पधारकर धर्मलाभ प्राप्त करें और संतों के अमृत वचनों को श्रवण कर अपने जीवन को सफल बनाएं।

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