दर्जनों गांव के सैकड़ो किसानों ने रामपुर के विद्युत सब स्टेशन का किया घेराव बिजली कंपनी की अर्थी निकालकर जताया विरोध देखे वीडियो

✍️ नितिन अग्रवाल
 



दर्जनों गांव के सैकड़ो किसानों ने रामपुर के विद्युत सब स्टेशन का किया घेराव बिजली कंपनी की अर्थी निकालकर जताया विरोध 



डिप्टी कलेक्टर, जेई, एई सहित तीन थानों के टीआई और पुलिस बल रहा मौजूद

बैतूल। रामपुर सब स्टेशन के सामने सोमवार को सैकड़ों किसानों ने बिजली कंपनी के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया और विद्युत वितरण कंपनी की अर्थी निकालकर विरोध दर्ज कराया। धरने का नेतृत्व कमलेश यादव ने किया, जिनके साथ पिंटू वरकड़े, धनराज इवने, देवचंद यादव, अविनाश भलावी, आदेश कमरे, अशोक रामदयाल, बामनकर, कमल यादव सहित ढप्पा, टेमरा, रामपुर, सेहरा, हाथीकुंड, शीतलझीरी, भग्गूढाना, बोंदरी, नवलसिंहढाना, काजरीढाना तहसील शाहपुर के सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
धरना स्थल पर स्थिति नियंत्रण में रखने के लिए डिप्टी कलेक्टर, जेई, एई सहित तीन थानों के टीआई और पुलिस बल मौजूद रहा। स्थिति बिगड़ने से पहले ही प्रशासन ने किसानों को शांत कराया। कंपनी की ओर से लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया।
किसानों ने जिला प्रशासन और बिजली कंपनी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने कहा कि शाहपुर ब्लॉक अंतर्गत रामपुर सब स्टेशन क्षेत्र में पिछले कई महीनों से बिजली की स्थिति अत्यंत खराब बनी हुई है। बार-बार बिजली कटौती, जर्जर तारों, खराब ट्रांसफार्मरों और लाइनमैन की लापरवाही से ग्रामीण त्रस्त हैं। किसानों ने बताया कि 5 से 7 दिन तक पम्प लाइनें बंद रहती हैं, जिससे पानी की भारी किल्लत होती है। ट्रांसफार्मर जले पड़े हैं जिन्हें महीनों तक नहीं बदला जाता, कई जगह तीनों फेज़ नहीं मिलने से मोटरें नहीं चल पा रहीं। मरम्मत या ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर किसानों से अवैध वसूली की जा रही है और लाइनमैन शिकायतों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
- किसानों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
ज्ञापन में किसानों ने कहा कि सरकार की योजनाए जैसे बिजली बिल में छूट, 5 रु में मोटर कनेक्शन और कृषि बिजली सुधार योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। विभागीय कर्मचारियों की लापरवाही और अनदेखी से किसान योजनाओं से वंचित हैं। किसानों ने प्रशासन से मांग की कि रामपुर सब स्टेशन से वर्तमान लाइनमैन को तुरंत हटाया जाए और क्षेत्र की लाइन किसी जिम्मेदार कर्मचारी को सौंपी जाए, सभी जले हुए ट्रांसफार्मर बदले जाएं, जर्जर तारों की मरम्मत हो, अवैध वसूली की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और सभी योजनाओं का लाभ प्रत्येक किसान तक पहुंचे। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि इस धरना-प्रदर्शन के बाद भी कंपनी ने ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे नीमपानी-फंसीबढ़ मार्ग बैतूल-भोपाल नेशनल हाइवे पर शांतिपूर्ण जाम आंदोलन करने को विवश होंगे।
“न्याय की आवाज़, जनता के साथ — आपके अपने शहर से।”नितिन अग्रवाल की खास रिपोर्ट ,,,

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