नितिन अग्रवाल
बैतूल में चोरों का आतंक! एक ही रात में 5 दुकानों के ताले तोड़े, गुप्ता बर्तन भंडार से नकदी उड़ाई, चौकीदार जागा तो भागे बदमाश
बैतूल | गंज थाना क्षेत्र शहर में बढ़ते अपराधों की बानगी उस वक्त सामने आई जब शुक्रवार की रात चोरों ने एक के बाद एक 5 दुकानों के ताले तोड़कर पुलिस व्यवस्था को खुली चुनौती दे डाली। गंज थाना क्षेत्र की व्यावसायिक दुकानों को निशाना बनाते हुए बदमाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की। इनमें से एक दुकान से 20 हजार रुपए की नकदी चोरी हो गई, जबकि बाकी जगह चौकसी और किस्मत से बड़ा नुकसान टल गया।
1. गुप्ता बर्तन भंडार – 20 हजार रुपए की नकदी चोरी
2. नेशनल एजेंसी – काउंटर रुकावट के कारण चोरी में नाकाम
3. साहनी मेडिकल एजेंसी – दराज से नगदी निकालने की कोशिश, खाली हाथ लौटे
4. शिवहरे शराब दुकान – चौकीदार की नींद खुली, चोर भागे
5. एक अन्य दुकान – नुकसान नहीं हुआ, लेकिन ताले टूटे मिले
साहनी मेडिकल एजेंसी के संचालक मनजीत सिंह के अनुसार, रात 3:20 बजे चार संदिग्ध चोर दुकान के बाहर और अंदर सक्रिय थे। एक बाहर रैकी कर रहा था, जबकि तीन अंदर दाखिल हुए। स्क्रू ड्राइवर से दराज खोलने का प्रयास किया गया, लेकिन कैश न मिलने पर लौटना पड़ा।
गुप्ता बर्तन भंडार में चोरों को सफलता मिली और वे 20,000 रुपए नकद ले उड़े।
नेशनल एजेंसी में चोर शटर पार नहीं कर सके क्योंकि अंदर काउंटर लगा हुआ था।
शिवहरे शराब दुकान में तैनात चौकीदार की नींद खुलते ही चोर भाग निकले।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीओपी सुनील लाटा और गंज थाना प्रभारी सरविंद धुर्वे मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है।
एसडीओपी लाटा ने बताया कि, “चोरों ने अपने चेहरे ढंके हुए थे और उनके पास टॉर्च थी। फुटेज से उनकी गतिविधियों को ट्रैक किया जा रहा है।
इस वारदात के बाद गंज क्षेत्र के व्यापारियों में रोष है। एक ही रात में कई दुकानों को निशाना बनाया जाना नगर सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है। व्यापारियों ने पुलिस से गश्त बढ़ाने और चोरों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है
बैतूल में व्यापारिक क्षेत्रों में हो रही चोरी की घटनाएं यह बताती हैं कि चोर अब संगठित होकर सक्रिय हो रहे हैं। पुलिस और प्रशासन को सजगता के साथ-साथ निगरानी व्यवस्था और गश्त को मजबूत करना होगा, वरना ऐसे दुस्साहसिक प्रयास आम बात बन जाएंगे।
0 टिप्पणियाँ