✍️नितिन अग्रवाल
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लिटिल फ्लावर स्कूल में एबीवीपी का हंगामा, पुलिस से झड़प – कलावा, तिलक पर प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन, शिक्षा विभाग की दखल के बाद मामला शांत
बैतूल | 31 जुलाई 2025 | Today Voice न्यूज़
आज सुबह बैतूल के प्रतिष्ठित लिटिल फ्लावर स्कूल में उस समय हंगामा मच गया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता अचानक स्कूल परिसर में पहुंचकर जोरदार नारेबाजी करने लगे। मामला छात्रों को तिलक, कलावा पहनकर स्कूल आने से रोके जाने से जुड़ा था।
🔸 प्रदर्शन की शुरुआत – नारेबाजी और मांगें
सुबह करीब 11 बजे एबीवीपी के दर्जनों कार्यकर्ता स्कूल पहुंचे और आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्रों को धार्मिक प्रतीकों – विशेषकर तिलक और कलावा – को लेकर परेशान किया जा रहा है। उनकी प्रमुख मांग थी कि स्कूल प्राचार्य स्वयं सामने आकर स्पष्ट रूप से घोषणा करें कि छात्रों को अपनी धार्मिक पहचान के साथ आने से कोई रोक नहीं है।
🔸 प्राचार्य के बाहर न आने पर बवाल
जब प्राचार्य ने प्रदर्शनकारियों से बात करने से इनकार किया, तो स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कार्यकर्ता प्राचार्य के कक्ष में घुसने की कोशिश करने लगे। स्कूल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, लेकिन एबीवीपी कार्यकर्ता प्राचार्य की सार्वजनिक घोषणा की मांग पर अड़े रहे।
🔸 पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच खींचतान
प्राचार्य से मिलने की कोशिश के दौरान पुलिस और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त खींचतान हुई। पुलिस प्रशासन का प्रयास था कि स्थिति को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाए, लेकिन स्कूल प्रबंधन अपनी जिद पर अड़ा रहा।
इस दौरान पुलिस और स्कूल प्रबंधन के बीच भी बहस देखी गई, जहां पुलिस चाहती थी कि प्राचार्य बाहर आकर बच्चों की शंकाएं दूर करें, वहीं स्कूल प्रशासन ने इससे इनकार कर दिया।
🔸 शिक्षा विभाग की दखल – मामला शांत
लगभग एक घंटे चले तनाव के बाद शिक्षा विभाग से अधिकारी सुबोध शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्कूल प्रबंधन से चर्चा की और मंच से एबीवीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए घोषणा की:
> “स्कूल में किसी भी छात्र को तिलक, कलावा या किसी धार्मिक प्रतीक को लेकर रोका नहीं जाएगा। सभी को अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार आने की स्वतंत्रता है।”
इस घोषणा के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ और एबीवीपी कार्यकर्ता शांतिपूर्वक स्कूल परिसर से बाहर निकले।
🔹 एबीवीपी ने लगाए गंभीर आरोप
एबीवीपी ने स्कूल प्रबंधन और शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं:
1. धार्मिक प्रतीकों पर रोक: छात्रों को तिलक-कलावा पहनने से रोका जा रहा था।
2. जिला संगठन मंत्री के साथ अपमानजनक व्यवहार: स्कूल के बरामदे को प्राचार्य कार्यालय बताया गया और उन्हें ‘गुंडा’ तक कहा गया।
3. शिक्षकों द्वारा दुर्व्यवहार: पदाधिकारियों को मिलने से रोका गया और अभद्रता की गई। विशेष रूप से शिक्षक महेश भट्ट का नाम सामने आया है।
📌 वर्तमान स्थिति
अब स्कूल में स्थिति सामान्य है, लेकिन पूरे घटनाक्रम ने शिक्षा प्रणाली और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। एबीवीपी ने चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में दोबारा ऐसी घटनाएं हुईं, तो जिला स्तरीय आंदोलन किया जाएगा।
📍रिपोर्ट: Today Voice न्यूज़, बैतूल
🖋️ विशेष संवाददाता नितिन अग्रवाल| ग्राउंड रिपोर्ट
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