नितिन अग्रवाल के साथ मनोहर अग्रवाल की खास रिपोर्ट
Big Breaking News- ₹50,000 रिश्वत लेकर डी-सीलिंग! कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी की कारगुज़ारी कैमरे में कैद, वीडियो वायरल
झल्लार (बैतूल) ग्रामीण क्षेत्र में किसानों और नागरिकों को ईंधन आपूर्ति करने वाले सदानी किसान सेवा केंद्र को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धर्म दास पर ₹50,000 की रिश्वत लेकर पेट्रोल पम्प डी-सील करने का आरोप लगा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे लेन-देन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पम्प संचालकों ने आरोप लगाया कि 29 जुलाई 2025 को दोपहर 1 बजे बिना संयुक्त जांच टीम के अधिकारी पम्प पर पहुंचे और तत्काल बिक्री बंद करने के आदेश दिए। पम्प मैनेजर प्रदीप चंदेल ने जांच में पूर्ण सहयोग किया, सभी वैध दस्तावेज़, रजिस्टर, घनत्व प्रमाण और मात्रा माप प्रस्तुत की गई, फिर भी पम्प को सील कर दिया गया।
विशेष बात यह रही कि जब टैंक की सफाई कर 30 जुलाई को पुनः निरीक्षण का निवेदन किया गया, तो अधिकारी ने जानबूझकर डी-सीलिंग की प्रक्रिया में विलंब किया। संचालकों का आरोप है कि इसके लिए उनसे ₹50,000 की घूस मांगी गई और रिश्वत देने के बाद ही 1 अगस्त को पम्प को दोपहर 1 बजे विक्रय के लिए खोला गया।
पूरी राशि देने और जांच टीम के समक्ष कार्रवाई के बाद ही पम्प को खोलने की अनुमति दी गई। यह पूरा घटनाक्रम गुप्त रूप से कैमरे में कैद कर लिया गया, जो अब वायरल हो चुका है और जनता के बीच प्रशासन की साख पर सवाल खड़े कर रहा है।
इस प्रकरण में और भी कई चौंकाने वाले तथ्य हैं:
सीलिंग से पहले पानी की जांच गलत तरीके से खते और पन्नी से की गई, जबकि ऑयल कंपनी की मार्केटिंग डिसिप्लिन गाइडलाइन में इसे अमान्य बताया गया है।
टैंक के अंदर कोई पानी नहीं था, केवल बाहरी कांक्रीट हिस्से में बारिश का पानी जमा था।
सोशल मीडिया और जिला कलेक्टर के फेसबुक पेज पर पम्प सील करने की जानकारी जांच प्रतिवेदन से पहले ही डाल दी गई थी।
पेट्रोल-डीज़ल की मात्रा और गुणवत्ता पूरी तरह सही पाई गई थी। बावजूद इसके, पम्प को एकतरफा तरीके से बंद कर किसानों और ग्रामीणों को भारी असुविधा में डाल दिया गया।
पम्प संचालकों ने इस मामले में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी के खिलाफ कठोर जांच और कार्यवाही की मांग की है।अब सवाल उठता है: क्या सरकारी पदों का उपयोग जनता को प्रताड़ित करने और रिश्वत वसूलने के लिए हो रहा है? “न्याय की आवाज़, जनता के साथ — आपके अपने शहर से।”नितिन अग्रवाल एवं मनोहर अग्रवाल की खास रिपोर्ट
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