बैतूल से नितिन अग्रवाल रिपोर्टर – अरुण कुमार बड़ोदे की रिपोर्ट
बैतूल डोक्या पंचायत में 'हर घर नल' योजना बनी 'हर घर छल' योजना: नल सूखे, भ्रष्टाचार गीला!
डोक्या (भीमपुर) सरकार भले ही 'हर घर नल से जल' योजना को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिन रही हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। भीमपुर जनपद की ग्राम पंचायत डोक्या में करोड़ों रुपये की लागत से शुरू की गई नल जल योजना ग्रामीणों के लिए एक सपने की तरह बनकर रह गई है — जो कभी पूरा ही नहीं हुआ।
गांव में जगह-जगह नल लगे तो हैं, पाइपलाइन भी बिछी हुई है, पर इन नलों में कभी पानी नहीं टपका। लोग रोज़ खाली बाल्टियाँ लेकर लौटते हैं। सवाल ये उठता है कि जब सरकार ने हर घर जल देने का वादा किया था और उसके लिए फंड जारी भी हुआ, तो फिर यह पानी कहां गायब हो गया?
अधूरी पाइपलाइन, बिना कनेक्शन के नल
ग्रामवासियों का कहना है कि योजना का काम अधूरा छोड़ दिया गया। कहीं पाइप लाइन ज़मीन के ऊपर बेतरतीब छोड़ दी गई है, तो कहीं नलों को बिना पानी की लाइन के ही फिट कर दिया गया है। कुछ स्थानों पर तो नल लगाए जरूर गए, लेकिन उनमें एक दिन भी पानी नहीं आया।
एक बुजुर्ग ग्रामीण ने गुस्से में कहा,
"यह 'नल जल योजना' नहीं, 'नल छल योजना' बन गई है। हमसे हमारे अधिकारों के साथ मज़ाक हुआ है
जिम्मेदारी से दूर अधिकारी, जवाब से दूर व्यवस्था
डोक्या पंचायत में इस योजना के विफल होने के बाद भी अब तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी गांव नहीं आया है। न जनपद पंचायत, न PHE विभाग, और न ही कोई जनप्रतिनिधि। ग्रामवासियों के बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
अब सवाल ये उठता है –
क्या यह सब पंचायत और ठेकेदारों की मिलीभगत का नतीजा है?
क्या कागज़ों में पूरा दिखाकर फंड हज़म कर लिया गया?
क्या पीएचई विभाग ने निगरानी की बजाय आंखें मूंद लीं?
सरकार को देना होगा जवाब
सरकारी योजनाएँ आम जनता की सुविधा के लिए चलाई जाती हैं, लेकिन जब करोड़ों खर्च करने के बावजूद जनता को एक बूंद पानी तक न मिले, तो यह महज़ लापरवाही नहीं, एक आपराधिक उदासीनता है। इस योजना की निष्क्रियता ने न सिर्फ शासन की नीयत पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि सिस्टम की भ्रष्ट परतें भी उजागर कर दी हैं।
डोक्या जैसे सैकड़ों गांवों की उम्मीदें इन योजनाओं पर टिकी हैं। अगर इन पर भ्रष्टाचार का धब्बा लगा रहेगा, तो फिर ग्रामीण भारत की तरक्की सिर्फ भाषणों तक सीमित रह जाएगी। आज नहीं जागे तो कल बहुत देर हो जाएगी।
0 टिप्पणियाँ