नितिन अग्रवाल
बैतूल चादू मार्ग की बदहाली बनी हादसों की वजह: कासिया-बुरेठा के बीच दो किलोमीटर अब भी कच्चा, पांच साल से अनसुनी शिकायतें
बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड में स्थित चादू मार्ग की हालत इन दिनों बद से बदतर हो गई है। सरकार चाहे गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ने के कितने भी दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
कासिया और बुरेठा गांवों के बीच लगभग दो किलोमीटर का हिस्सा अब तक पक्के मार्ग से वंचित है। यह मार्ग आज भी कच्चा और गड्ढों से भरा हुआ है। बरसात के मौसम में स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। जगह-जगह गहरे गड्ढे और उनमें भरे पानी के कारण राहगीरों को रास्ते की गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता और वे दुर्घटनाओं के शिकार हो जाते हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, बीते पांच वर्षों से यह मार्ग बदहाल स्थिति में है। कच्ची सड़क और पानी से भरे गड्ढों के कारण दोपहिया वाहन चालकों को गिरने का डर बना रहता है। वहीं पैदल चलना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है क्योंकि कीचड़ और फिसलन से हादसे होना आम बात हो गई है। ग्रामीणों ने बार-बार इस समस्या को लेकर प्रशासन से शिकायत की, मगर हर बार आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। जनता की यह पीड़ा अब सरकार और प्रशासन की अनदेखी का प्रमाण बन चुकी है।
मांग उठी – तत्काल डामरीकरण हो
ग्रामीणों ने एक स्वर में मांग की है कि जिला कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी इस समस्या पर संज्ञान लें और शीघ्र ही कासिया-बुरेठा के बीच के दो किलोमीटर मार्ग का डामरीकरण कार्य प्रारंभ कराया जाए, जिससे ग्रामीणों को राहत मिल सके और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि जिन योजनाओं का लाभ शहरों की तरह गांवों को भी मिलना चाहिए, उन्हें जमीन पर पूरी तरह से लागू करें। चादू मार्ग की उपेक्षा न केवल विकास की दिशा में रुकावट है, बल्कि ग्रामीणों की जान से भी खिलवाड़ है। अब देखना होगा कि इस अनदेखी को कब तक नजरअंदाज किया जाएगा।
न्याय की आवाज़, जनता के साथ — आपके अपने शहर से।”नितिन अग्रवाल के साथ मनोहर अग्रवाल की खास रिपोर्ट ,,
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