अरुण कुमार बड़ोदे की ख़ास रिपोर्ट
रिंकी बामने ने डॉक्टर की डिग्री हासिल कर किया नाम रोशन गांव लौटने पर हुआ भव्य स्वागत
बैतूल/। जिले के आठनेर विकासखंड के छोटे से गांव मूसाखेड़ी की बेटी रिंकी बामने ने अपने संघर्ष, समर्पण और मेहनत के दम पर डॉक्टर की डिग्री प्राप्त कर गांव, परिवार और जिले का नाम गौरवान्वित किया है।ग्रामीण क्षेत्र से निकलकर ऊँचाइयों को छूने वाली रिंकी बामने की सफलता कहानी इस बात का प्रमाण है कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो तो कोई भी सपना असंभव नहीं। रिंकी जब अपनी पढ़ाई पूरी कर डॉक्टर बनकर गांव लौटीं तो गांव में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिला। ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से स्वागत किया और मिठाइयां बांटकर खुशी का इजहार किया। गांव के बुजुर्गों ने बेटी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि रिंकी ने गांव की हर बेटी के लिए एक नई राह दिखाई है। रिंकी के माता-पिता ने अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि उसने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी और निरंतर लगन से पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने कहा कि रिंकी ने न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज का नाम रोशन किया है। रिंकी बामने ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हुए कहा कि गांव की हर बेटी को शिक्षा के महत्व को समझना चाहिए और समाज की प्रगति में योगदान देना चाहिए। गांव के युवाओं ने भी रिंकी की उपलब्धि से प्रेरणा लेते हुए कहा कि वह आने वाली पीढ़ी के लिए आदर्श बन गई हैं।
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