✍️ नितिन अग्रवाल
ब्रेकिंग न्यूज़: मुख्यमंत्री कन्यादान योजना विवाह समारोह में हाईवोल्टेज ड्रामा – अंबेडकर चौक बना रणभूमि, वर-वधू पक्ष के बीच जमकर चले लात-घूंसे
बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में शुक्रवार को उस वक्त हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान एक जोड़े के परिजनों के बीच जबरदस्त विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि अंबेडकर चौक कुछ समय के लिए रणभूमि में तब्दील हो गया, जहां वर-वधू पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते लात-घूंसे चलने लगे।
घटना बैतूल जिला मुख्यालय स्थित पुलिस परेड ग्राउंड के सामने अंबेडकर चौक की है, जहां मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह में लगभग 750 जोड़ों का विवाह संपन्न हो रहा था। इसी बीच, एक जोड़े के विवाह के दौरान वधू पक्ष और वर पक्ष के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ओर से जमकर मारपीट हुई। इसी दौरान ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों ने उन लोगों के विवाद के बीच में पहुंचकर उन्हें अलग-अलग किया जब कहीं जाकर वह मामला शांत हुआ परंतु पुलिस को समझ पाती उससे पहले ही वधू पक्ष के लोग वधु को लेकर वहां से निकल गए थे
कौन हैं ये जोड़ा?
जानकारी के अनुसार, विवाद में शामिल दूल्हा राजेंद्र गोहे पिता आजादव राव, ग्राम उमनपेट, मुलताई का निवासी है। वहीं वधू प्रियंका खदीपूरे पिता अशोक खदीपूरे, ग्राम गेहूंरास, बैतूल से हैं। वर पक्ष का दावा है कि राजेंद्र और प्रियंका पिछले चार महीनों से एक साथ रह रहे थे और इन्होंने पहले ही मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया था। मगर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत पारंपरिक रीति-रिवाजों से विवाह संपन्न कराने हेतु उन्होंने इस सरकारी आयोजन में पंजीयन कराया था।
कहां बिगड़ा मामला?
शुरुआत में कार्यक्रम शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन वधू विदाई के समय अचानक वधू पक्ष के लोगों ने विवाह स्थल पर पहुंचकर वर पक्ष से विवाद करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अंबेडकर चौक पर दोनों पक्षों में जमकर लात-घूंसे चले, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। इस झगड़े में दूल्हा राजेंद्र और उसके पिता को चोटें आईं।
पुलिस थाने में शिकायत दर्ज
घटना के तुरंत बाद वर पक्ष घायल अवस्था में गंज थाने पहुंचा और वहां वधू पक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों घायलों का मेडिकल परीक्षण कराया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि उचित कार्रवाई की जाएगी।
क्या बोले अधिकारी?
पुलिस अधीक्षक ने कहा, "घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसे संवेदनशील और सामाजिक महत्व के कार्यक्रम को इस प्रकार बाधित करना कानून व्यवस्था के खिलाफ है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
इस घटना को जिसने भी देखा उन सभी का कहना है कि
यह घटना न केवल एक प्रेम विवाह की सामाजिक स्वीकृति की चुनौती को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस प्रकार सरकारी योजनाओं के आयोजन में निजी रंजिशें सार्वजनिक हंगामे में तब्दील हो सकती हैं।
न्याय की आवाज़, जनता के साथ — आपके अपने शहर से।”नितिन अग्रवाल की खास रिपोर्ट
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