ब्रेकिंग न्यूज़ रिपोर्ट फिल्मी स्टाइल में फरार हुआ अफीम तस्कर गोपाल बंजारा! राजस्थान पुलिस की लापरवाही से बैतूल में मचा हड़कंप देखें विडियो

 नितिन अग्रवाल 



ब्रेकिंग न्यूज़ रिपोर्ट फिल्मी स्टाइल में फरार हुआ अफीम तस्कर गोपाल बंजारा! राजस्थान पुलिस की लापरवाही से बैतूल में मचा हड़कंप

बैतूल, मध्यप्रदेश।

जिला अस्पताल बैतूल से मंगलवार को एक सनसनीखेज घटना सामने आई जब अंतरराज्यीय अफीम तस्कर गोपाल बंजारा राजस्थान पुलिस की गिरफ्त से मेडिकल के दौरान फरार हो गया। NDPS एक्ट जैसे संगीन अपराधों में वांछित इस शातिर आरोपी की फरारी ने सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार गोपाल बंजारा को अफीम की खेती और तस्करी जैसे मामलों में राजस्थान पुलिस बैतूल लेकर आई थी। उसे जिला जेल में दाखिल कराना था, लेकिन जेल प्रशासन ने पहले मेडिकल कराने की प्रक्रिया को जरूरी बताया। इसके बाद राजस्थान पुलिस आरोपी को बैतूल जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां OPD में चेकअप के बाद जब उसे ECG के लिए ले जाया जा रहा था, तभी वह मौका पाकर फरार हो गया।

बिना हथकड़ी आरोपी को लाने पर उठे सवाल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आरोपी के हाथों में हथकड़ी नहीं थी। इस लापरवाही ने आरोपी को भागने का मौका दे दिया। CCTV फुटेज में आरोपी को अस्पताल परिसर से भागते हुए साफ देखा जा सकता है। यह वीडियो अब पुलिस जांच का हिस्सा बन गया है।

बैतूल पुलिस ने की थी गिरफ्तारी, राजस्थान ने मांगी थी रिमांड

सूत्रों के अनुसार गोपाल बंजारा को पहले बैतूल पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया था। चूंकि आरोपी पर राजस्थान में भी कई केस दर्ज हैं, इसलिए वहां की पुलिस ने रिमांड पर लेकर उसे बैतूल लाया था। पूछताछ के बाद वापस जेल दाखिले की प्रक्रिया चल रही थी कि यह बड़ी चूक हो गई।

पुलिस अलर्ट, नाकाबंदी जारी

घटना की सूचना मिलते ही बैतूल पुलिस हरकत में आ गई है। जिलेभर में नाकाबंदी की गई है, सभी थानों और चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। जिले की सीमाओं पर जाने वाले सभी वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी को जल्द पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

सवालों के घेरे में राजस्थान पुलिस

NDPS जैसे गंभीर मामले के आरोपी को बिना हथकड़ी के लाना और अस्पताल जैसे सार्वजनिक स्थान पर बिना पर्याप्त सुरक्षा के रखना राजस्थान पुलिस की लापरवाही को उजागर करता है। इस मामले ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है और अब पुलिस प्रशासन पर जवाबदेही तय करने का दबाव बढ़ गया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ