Viral video news बैतूल राष्ट्रीय गीत और ध्वज के अपमान का गंभीर आरोप | बैतूल जेलर के खिलाफ कार्रवाई की मांग | मुख्यमंत्री को सौंपा गया वीडियो सबूत पांच महा बाद हुआ वीडियो वायरल देखें वीडियो

 नितिन अग्रवाल 

Viral video news बैतूल राष्ट्रीय गीत और ध्वज के अपमान का गंभीर आरोप | बैतूल जेलर के खिलाफ कार्रवाई की मांग | मुख्यमंत्री को सौंपा गया वीडियो सबूत पांच महा बाद हुआ वीडियो वायरल

बैतूल से बड़ी खबर —जिला जेल बैतूल में पदस्थ कार्यवाहक जेल अधीक्षक योगेन्द्र कुमार तिवारी पर राष्ट्रीय गीत और ध्वज के अपमान का गंभीर आरोप लगाया गया है। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।

जर्नलिस्ट एंड प्रेस एम्प्लाइज वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले अधिवक्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार नरेश मांडेकर ने इस मामले में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

शिकायतकर्ता मांडेकर का कहना है कि 26 जनवरी 2025 को आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान जेलर ने राष्ट्रीय गीत “जन गण मन” को बीच में रोक दिया और दोबारा ध्वज को सलामी दी, जो स्पष्ट रूप से ध्वज संहिता और संविधान के अनुच्छेद 3 का उल्लंघन है।

इस कृत्य को वीडियो साक्ष्य के रूप में पेन ड्राइव में संलग्न कर कलेक्टर को सौंपा गया है, जिसमें घटना स्पष्ट रूप से रिकॉर्ड है।

कानूनी प्रावधान और सज़ा:

मांडेकर ने कहा कि संविधान की धारा 3 के अनुसार, यदि कोई जानबूझकर राष्ट्रीय गीत के गायन को बाधित करता है, तो उसे तीन वर्ष तक कारावास या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं

अन्य गंभीर आरोप भी सामने आए:

जेल अधीक्षक पर बंदियों और स्टाफ के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप है।

दो बंदियों की मौत का संबंध भी जेलर के रवैये से जोड़कर देखा जा रहा है।

महिला जेल प्रहरी ने जातिसूचक शब्दों और बदसलूकी की शिकायत दर्ज कराई है, जिसकी रिपोर्ट हरिजन कल्याण थाने में दर्ज है।

मांडेकर ने बताया कि उन्हें भी झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई और विभागीय नोटिस में अपशब्दों का इस्तेमाल कर बदनाम करने की कोशिश की गई।

सेवा कार्य में बाधा:

नरेश मांडेकर ने बताया कि वे पिछले 8–10 वर्षों से जेल में स्वास्थ्य और विधिक सेवाएं प्रदान कर रहे थे, लेकिन पिछले डेढ़ वर्षों से जेलर के तानाशाही रवैये के चलते उनका सेवाकार्य ठप हो गया है। उन्होंने कहा कि वे बंदियों की समस्याओं में सदैव सहयोग करते रहे हैं, पर अब स्वयं को असहाय महसूस कर रहे हैं।

अब तक नहीं हुई कोई ठोस कार्रवाई:

शिकायतकर्ता ने एसपी कार्यालय और विधायक को भी इस विषय में अवगत कराया है

अब तक कोई प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे असंतोष बढ़ता जा रहा है।

मुख्यमंत्री से की गई मांग:

श्री मांडेकर ने वीडियो साक्ष्य और समाचार पत्र की छायाप्रति के आधार पर मुख्यमंत्री से मांग की है कि

जेलर योगेन्द्र कुमार तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए।

उन पर न्यायालयीन प्रकरण चलाया जाए ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी इस प्रकार की लापरवाही न करे।

यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रतीकों के सम्मान और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा से जुड़ा है। अब देखना यह है कि शासन इस विषय में कितनी गंभीरता से कार्रवाई करता है।

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